अमरूद को संस्कृत में क्या कहते हैं? | Amrud in sanskrit

मित्रों, अमरूद का फल अपने आप में काफी महत्वपूर्ण फल होता है। हमारे वेदों में और पुराणों में अमरूद के फल का जिक्र कई बार आता है, जहां इसके महत्व और इसके गुणों को लेकर काफी चर्चा की गई है।

आयुर्वेदिक विज्ञान में पतंजलि गुरुदेव ने अमरूद के फल को खाने के फायदे, इसके नुकसान, इसकी जड़ी बूटियों में उपयोग, सब कुछ वर्णित किए हैं।

यदि आपको अमरूद के फल की विशेषताएं नहीं पता है, तो कोई बात नहीं।

आज हम आपको बताएंगे कि Amrud ko sanskrit mein kya kahate hain, अमरूद के फल की विशेषता क्या है, अमरूद के फल के फायदे क्या है।

तो चलिए शुरू करते हैं

अमरूद क्या है? | Amrud Kya hai?

दोस्तों अमरुद एक मीठा फल है, जिसके ऊपर पीले रंग की, या हरे रंग की, या गहरे हरे रंग की परत होती है। यह अंदर से सफेद या लाल रंग का पाया जा सकता है। इसकी कई प्रजातियां आज के समय भारत समेत पूरे विश्व में उपलब्ध है।

वैज्ञानिकों का मानना है कि अमरूद की उत्पत्ति सबसे पहले वेस्टइंडीज में हुई होगी। इसके पश्चात वेस्टइंडीज से यह पूरे विश्व में फैल गया है।

Amrud ko sanskrit mein kya kahate hain? (अमरुद को संस्कृत में क्या कहते हैं?)

जैसा कि हमने आपको पर बताया कि अमरुद क्या होता है, और अमरूद की परिभाषा क्या है, तो हम आपको बता दें कि हम लोग को संस्कृत में क्या कहते हैं, दोस्तों, अमरूद को संस्कृत में “बीजपूरम” नाम से जाना जाता है।

जैसा कि आपको बताया है कि अमरूद का फल अपने आप में बहुत सारे बीजों से भरा हुआ होता है, जो काफी स्वादिष्ट में होते हैं। इसके कारण अमरूद के फल को संस्कृत में बीज से भरा हुआ यानी कि बीजपूरम के नाम से जाना जाता है।

अमरुद के फलों की  विशेषता

Amrud ko sanskrit mein kya kahate hain? (अमरुद को संस्कृत में क्या कहते हैं?)

अमरूद का फल तथा इसका पेड़ आज के समय भारत में इतना घुल मिल गया है कि भारत में लगभग सभी जगह अमरुद के वृक्ष पाए जा सकते हैं। यह वृक्ष इतना सहिष्णु होता है किसकी खेती किसी भी प्रकार की मिट्टी और जलवायु में की जा सकती है। हालांकि इसे रेगिस्तान में नहीं उगाया जा सकता। इसके लिए यथासंभव पानी की मात्रा आवश्यक है। यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत ही लाभदायक है।

इसमें Vitamin  C पाया जाता है, क्योंकि यह सूर्य की रोशनी में अत्यंत सुंदर तरीके से उगता है। इसमें Vitamin A और विटामिन बी भी पाए जाते हैं। यदि हम इसमें अयस्कों की मात्रा बताएं तो इसमें लौह अयस्क, चूना, फास्फोरस, सबसे ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं। अमरूद की जेली तथा इसकी बर्फी (चीज़) भी बनाई जाती है और इसके द्वारा बनाई गई चीज को डब्बे में बंद रखा जाता है।

अमरुद के लिए जलवायु और इसकी प्रजातियाँ

गर्मियों में अमरूद के फल सर्वाधिक लगते हैं। यह पेड़ अत्यंत गर्मी और तेज़ सर्दी सहन कर सकता है। हालांकि यदि यह पेड़ अपनी पूरी ऊंचाई प्राप्त कर ले तो इसे न तो सर्दी से फर्क पड़ता है, और ना ही गर्मी से फर्क पड़ता है।

लेकिन इसके छोटे पौधों को सर्दी खत्म कर सकती है, और किसके छोटे पौधे सर्दी पहले नहीं कर पाते हैं। इस वृक्ष के लिए बलुई दोमट मिट्टी सर्वाधिक उपयुक्त होती है। भारत में अमरूद की सफेदा, इलाहाबादी लाल, गूदे वाला, चित्तीदार, करेला, बेदाना, अमरूद सेब, यह सभी प्रमुख प्रजातियां है।

अमरूद की परिभाषा क्या है?

आप सोच रहे होंगे कि यह कैसा सवाल है? लेकिन अमरूद की परिभाषा भी सर्वाधिक पूछे जाने वाला सवाल है। अब हम आपको बताते हैं कि अमरूद की परिभाषा क्या होती है। अमरूद की परिभाषा होती है कि- एक ऐसा फल जो आमतौर पर गर्मियों में लगता है, और गेंद के आकार के जिस फल में सर्वाधिक बीजों की मात्रा होती है उस फल को अमरुद कहा जाता है।

अमरूद के क्या उपयोग है अमरूद को खाने के फायदे

दोस्तों, अमरूद का फल काफी उपयोगी होता है, और इसमें एनर्जी के तत्व सर्वाधिक होते हैं। इसलिए इस पल को खाना लगभग सभी लोगों के लिए उत्तम माना जाता है। लेकिन अमरूद के अपने आप ने कई उपयोग होते हैं जैसे कि-

  • अमरुद एक अच्छी एनर्जी का फ्रूट है, जिसमें काफी ज्यादा Vitamin और Mineral मिल सकते हैं। यह हमारे शरीर के लिए काफी जरूरी भी होता है और इसकी हमें अमरूद के फल का सेवन करना चाहिए
  • हमारे DNA में सुधार करने के लिए अमरूद का फल काफी मददगार साबित होता है। इसमें Vitamin B9 की मात्रा पाई जाती है, जो DNA को सुधार करने का काम कर सकता है।
  • जो लोग अमरूद का सेवन लगातार करते हैं, उन्हें दिल की बीमारियां परेशान नहीं करती। इसमें पोटेशियम और मैग्नीशियम मौजूद होता है, जो हमारे दिल को सुरक्षित रखता है।
  • इसी के साथ ही अमरूद का फल हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा देता है। जिसके कारण इसका सेवन करना जरूरी भी हो जाता है।
  • अमरूद का सेवन करना कई समस्याओं को दूर कर देता है, जैसे कि सर्दी जुकाम, मौसमी बीमारी इत्यादि।
  • अमरूद का सेवन करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है। बाल काले होते हैं। और इसमें Vitamin A और E पाई जाती है जोकि हमारी त्वचा के लिए भी अच्छी है।
  • अमरूद में मौजूद तत्व में कैंसर और ट्यूमर से बचाने में सहायक होते हैं।
  • अमरूद के फल में कैरोटीन नामक तत्व होता है। जो हमें कई प्रकार की त्वचा संबंधी बीमारियों से बचाता है।
  • यदि आपको कब्ज की समस्या है तो आपको अमरूद का सेवन करना चाहिए।
  • अमरूद की पत्तियों का सेवन करने से मुंह के छाले दूर हो जाते हैं
  • अमरूद का अचार आपके खाने के स्वाद को बढ़ा सकता है
  • अमरूद का फल आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित रखता है।
  • अमरूद में Vitamin C पाया जाता है इसलिए इसे कच्छा खाना आपके स्वास्थ्य के लिए सर्वाधिक अच्छा है।
  • डायबिटीज संबंधी बीमारियों में अमरूद का की सहायता करता है, क्योंकि इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिसके कारण यह डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी अच्छा है।
  • सामान्य थायराइड की बीमारियों में अमरूद का फल खाना चाहिए। इससे थाइरोइड की बीमारियां अपने निचले स्तर पर ही गायब हो जाती है।

निष्कर्ष

आज के लेख में हमने जाना कि अमरुद को खाने के क्या फायदे हैं और Amrud ko sanskrit mein kya kahate hain, इसे के साथ-साथ हमने आपको अमरूद की उत्पत्ति से लेकर भारत में अमरूद के विस्तार तक हमने आपको सारी जानकारी दी है।

हम आशा करते हैं कि आप अमरूद के बारे में लगभग सारी जानकारी प्राप्त कर चुके होंगे, यदि आप कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो हमे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।

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