आधुनिक युग को आधुनिक दिखाने और बनाने के लिए Airplane का आविष्कार काफी नायाब आविष्कार था। इस अविष्कार के जरिये आज के समय लोग वायु यात्रा कर सकते हैं। आज भी लोग जब वायुयान अर्थात Airplane को देखते हैं तो यह सोचते हैं कि यह लोहे की बनी चीज उड़ती कैसे हैं?
यदि आप भी यह जानना चाहते हैं कि एरोप्लेन कैसे उड़ता है? तो इसके बारे में आज हम आपको विस्तार से जानकारी देते हुए बताएंगे कि Airplane क्या होता है? Airplane का आविष्कार कब हुआ? Airplane का आविष्कार किसने किया? एरोप्लेन कैसे उड़ता है? Airplane किससे बना होता है, या Airplane किस से बनता है? इन सभी सवालों के जवाब आज के लेख में हम आपको देने वाले हैं।
तो चलिए शुरू करते हैं:-
Airplane क्या है? | What is Airplane?
मित्रों, Airplane को वायु यान के नाम से भी जाना जाता है। Airplane धातु का बना हुआ एक ऐसा चील के आकार का या बाज के आकार का बना हुआ एक ऐसा यांत्रिक वायुयान होता है जो मूल रूप से अपनी यांत्रिक अभिक्रिया से उड़ सकता है।
जी हां, Airplane अपने आप नहीं उड़ता है, बल्कि इसे उड़ाया जाता है। Airplane एक निर्जीव मशीन होती है जिसमें पायलट बैठकर इसे उड़ाते हैं। आज के समय Airplane एक ऐसा वाहन है जो वायु यात्रा करने में काम आता है।
हजारों किलोमीटर की जिस दूरी को तय करने में पहले हमें कई दिन या कई महीने लग जाते थे, Airplane के माध्यम से आज के समय में लोग हजारों किलोमीटर की उसी दूरी को मात्र कुछ घंटों में तय कर सकते हैं।
Airplane का आविष्कार कब हुआ? – Airplane का आविष्कार किसने किया?
Airplane का आविष्कार 17 दिसंबर 1903 को हुआ था। यह अविष्कार विलबर राइट और ओरविल राइट ने किया था। यह दोनों भाई थे और इन दोनों भाइयों ने पहली बार यांत्रिक शक्ति से चलने या मोटर से चलने वाले एक वायुयान का निर्माण किया था। यह निर्माण भविष्य को बदल देने वाला एक आविष्कार था।
Airplane किस से बना होता है?
दोस्तों, Airplane के निर्माण में कई प्रकार की धातु इस्तेमाल की जाती है, जैसे कि टाइटेनियम और इसके सम्मिश्रित धातु, इसके अलावा एल्यूमीनियम, स्टील की सम्मिश्रित धातु, कार्बन, यह सभी धातु Airplane को बनाने में काम आती है।
जैसा कि आप जानते हैं आज के समय विश्व में कई देशों के पास वायु सेना भी है, और यह वायु सेना स्पेशल एयरक्राफ्ट की मदद से युद्ध के मैदान में दुश्मनों के छक्के छुड़ा देती है, और इसके लिए जरूरी है कि एयरक्राफ्ट का निर्माण किसी मजबूत धातु से किया जाए, इसीलिए क्राफ्ट का निर्माण टाइटेनियम के मिश्रण से बने हुए अन्य धातु से किया जाता है। जबकि Airplane जो कि आमतौर पर हम एयरपोर्ट पर देखते हैं, उसका निर्माण एल्यूमीनियम तथा एल्यूमिनियम के सम्मिश्रित धातु से किया जाता है।
एरोप्लेन कैसे उड़ता है? | aeroplane kaise udate hain
हमने यह जान लिया है कि Airplane का आविष्कार कब हुआ, इसका आविष्कार किसने किया, यह होता क्या है, तथा इसकी आवश्यकता क्या है। साथ ही हमें भी जाना की Airplane किस धातु से बना होता है।
आज हम जानते हैं कि यह धातु से बनी चीज उड़ती कैसे है, अर्थात एरोप्लेन कैसे उड़ता है?
दोस्तों Airplane के उड़ने के पीछे बरनौली का सिद्धांत काम करता है। आपने देखा होगा कि Airplane आगे से मोटा होता है और पीछे से इसकी पूंछ काफी दुबली होती है, और वजन में हल्की भी होती है।
आगे वाला हिस्सा भारी होता है। जब हवा का दवाब आगे की और होता है तो पीछे इसका प्रेशर थोडा कम पड़ता है और हवा वायुयान को आगे से उठाने का काम कर देती है। बरनौली का सिद्धांत भी यही बताता है। किसी भी तरल के प्रवाह में या अन्य किसी वस्तु के वेग को बढ़ाने की स्थिति उसके स्थितिज ऊर्जा पर निर्भर करती है।
इसे ऐसे समझा जा सकता है कि यदि कोई तरल सीधी दिशा में किसी पाइप से होकर बहता है, और यदि हमेशा माने कि उसके गुरुत्वीय दवाब स्थितिज ऊर्जा में कोई परिवर्तन नहीं करता है तो पाइप के प्रेशर को कम करने पर तरल का वेग बढ़ जाता है।
Airplane एक लंबे आकार का वायुयान होता है और किसके उड़ने की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होती है:-
- एक वायुयान सबसे पहले रनवे पर उड़ने के लिए आ जाता है।
- इसके पश्चात वायुयान अपने पंखों को जिसे wings के नाम से जाना जाता है, उन्हें 30 डिग्री के कोण पर स्थित कर लेता है।
- इसके पश्चात वह अपने turbine को शुरू करता है।
- अपने शक्तिशाली मशीनों की मदद से यान दौड़ना शुरू करता है।
- टरबाइन अपनी शक्तिशाली हवाओं से आगे धकेलने का काम करता है।
- अब वायुयान के पंख 30 डिग्री से 40 डिग्री की ओर घूम जाते हैं, और वायुयान का अगला हिस्सा तेज़ गति से पैदा हुए वायुदाब की वजह से ऊपर उठने लगता है।
- इसके पश्चात टरबाइन वायुयान को और तेज गति से आगे धकेलता है, अब Airplane हवा में आ जाता है और जमीन से मात्र थोड़ी ही ऊंचाई पर होता है।
- हवा के थपेड़े यान को ऊपर उठाने में मदद करते हैं, क्योंकि यह अपने पंखों की मदद से तकरीबन 30 डिग्री के कोण पर पूरा ही ऊपर उठ जाता है।
- अब जैसे-जैसे टरबाइन अपनी क्षमता बढ़ाता है, वायुयान शीघ्रता से अपने वायु पथ पर आगे बढ़ जाता है।
- अब Airplane हवा में होता है इस प्रकार Airplane उड़ता है।
निष्कर्ष
मित्रों, आज के लेख में हमने आपको जानकारी दी कि एरोप्लेन कैसे उड़ता है? साथ ही हमने आपको Airplane के बारे में लगभग सभी जानकारी प्रदान की है, जो आपको जानना जरूरी है।
हम आशा करते हैं कि आज का यह लेख पढ़ लेने के पश्चात एरोप्लेन कैसे उड़ता है? यह जानने के लिए आपको अन्य किसी लेख को पढ़ने की आवश्यकता नहीं होगी। यदि आपके मन में कोई सवाल है जो आप हमसे पूछना चाहते हैं तो कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
FAQ
हवाई जहाज बिना गिरे हवा में कैसे रहते हैं?
हवा जिस तरह से पंखों के चारों ओर घूमती है, वह हवाई जहाज को लिफ्ट देती है। पंखों का आकार भी लिफ्ट में मदद करता है। भार वह बल है जो वायुयान को पृथ्वी की ओर खींचता है। हवाईजहाज इसलिए बनाए जाते हैं ताकि उनका वजन आगे से पीछे की तरफ फैले।
हवाई जहाज जमीन से कितनी ऊंचाई पर उड़ता है?
हवाई जहाज आमतौर पर लगभग 35,000 फीट या 10.668 किमी की ऊंचाई पर उड़ते हैं। वाणिज्यिक यात्री जेट विमान आमतौर पर 9,000 से 13,000 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि एक हवाई जहाज को इतनी ऊंचाई पर क्यों उड़ना पड़ता है?
हवाई जहाज में कितने आदमी बैठ सकते हैं?
एयरबस के पास 78 हवाई जहाज और 4 मॉडल हैं जिनकी क्षमता 120 सीटों से लेकर 182 सीटों तक है। बोइंग के पास 49 हवाई जहाज और 4 मॉडल हैं जिनकी क्षमता 238 सीटों से लेकर 423 सीटों तक है।
हवाई जहाज 1 घंटे में कितना पेट्रोल खाता है?
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